LSG के खिलाफ धमाकेदार पारी खेलने वाले Vipraj Nigam कौन हैं? जानिए उनकी कहानी | IPL

20 साल के विप्राज निगम Vipraj Nigam उत्तर प्रदेश के बाराबंकी से आते हैं। अपना पहला ही IPL मुकाबला खेल रहे बड़ी अहम परिस्थिति में खेलने आए हैं। ऑलराउंडर हैं। लेग स्पिन गेंदबाजी करते हैं। राशिद खान को अपना आइडल मानते हैं। लेकिन बल्लेबाजी में भी जब भी मौका मिलता है तो बड़े रंस बना देते हैं।

Vipraj Nigam Story | Cricket life of Vipraj Nigam

बहुत छोटी उम्र में अपना घर छोड़ दिया था। उसके बाद डोमेस्टिक क्रिकेट खेलते रहे और आज ने वह मंच दिया जहां विपराज निगम की पहचान दुनिया भर में हो रही। विपराज निगम असल में उत्तर प्रदेश क्रिकेट टीम का हिस्सा हैं। जिनके लिए वह पिछले साल से ही सैयद मुस्ताक अली ट्रॉफी खेल रहे हैं। इसके अलावा वो लखनऊ के लिए भी रणजी ट्रॉफी और विजय हजारे ट्रॉफी में भी कुछ मैच खेल चुके हैं। मगर इस लेग स्पिनर ने खास तौर पर नाम बटोरा है मुस्ताक अली ट्रॉफी में जब उन्होंने कसी हुई गेंदबाजी के अलावा बल्ले से भी छोटी-मोटी लेकिन तूफानी पारियां खेली थी

दिल्ली कैविडेंस ने पहला मैच IPL का जीता तो उसके दो हीरो निकल कर आए हैं। एक आशुतोष शर्मा और एक विपराज निगम। आशुतोष शर्मा को हम पहले भी जानते थे। पहले सीजन में देख चुके थे पिछले साल शानदार पारियां पंजाब के लिए खेली थी लेकिन विपराज निगम एक नया चेहरा है। आईपीएल कहते हैं कि भाई नए चेहरों को एक तरीके से मंच देने का काम करता है।

दिल्ली कैपिटल्स के लिए भी यही करना था। आशुतोष आशुतोष के साथ मिलकर वहां पर शानदार पारी खेलनी थी। अपनी पारी को आगे बढ़ाना था। वही काम उन्होंने किया। 39 रंस की बड़ी अमूल्य पारी खेलकर वो आउट हुए। जब वो आउट हुए तो काफी हद तक दिल्ली की टीम मैच अपने हद तक खींच लाई थी। विपराज की कहानी भी बाकी क्रिकेटों के जैसी है भाई।

अबl में भी लखनऊ के 200 रन के जवाब में जब दिल्ली के 113 रन पर छह विकेट हो गए थे। ऐसे वक्त पर पिपराज ने क्रीज पर कदम रखा था। उनके साथ आशुतोष शर्मा थे जो पिछले सीजन में फिनिशर के रूप में हिट हुए थे। मगर वो इस वक्त वो सिर्फ 20 गेंदों पर 20 रन बनाकर खेल रहे थे। ऐसे वक्त में आकर विपराज ने लखनऊ के गेंदबाजों पर हमला बोल दिया। 20 साल के इस खिलाड़ी ने सिर्फ 15 गेंदों पर 39 रन कूट दिए थे। जिसमें पांच चौके और दो थे। विपराज और आशुतोष के बीच 55 रनों की साझेदारी भी हो गई थी। मैच के आखिरी में तो देखें आशुतोष ने लगाकर भाई जो महफिल है वो लूट ली। हीरो वो साबित हुए लेकिन विपराज निगम की जो पारी थी इसने पूरी तरीके से मैच को बनाया। विपराज ने जो दबाव था आशुतोष के ऊपर उसको भी कम किया और दिल्ली के लिए इस मुकाबले को जीत कर लेकर आए हैं। शायद इतनी ज्यादा चर्चा नहीं हो रही है। बात हम आशुतोष की कर रहे हैं क्योंकि उन्होंने गेम को फिनिश किया लेकिन विपराज निगम मेरी बात मानिए ऐसे वक्त के खिलाड़ी हैं जिन पर आगे चलकर नजरें रखी जानी चाहिए। जिस तरीके से दबाव को हैंडल किया। सिर्फ इस 20 साल के लड़के ने 2025 का सीजन अगर उनके नाम रहता है तो भाई टीम इंडिया का दरवाजा विपराज के लिए भी खुल सकता है।